➤ वन निम्न प्रकार के होते है-
➤ उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन :- इस प्रकार का वन विषुवत रेखीय प्रदेश और उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में पाए जाते हैं , जहां 200 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा होती है। यहां पेड़ों की पत्तियां चौड़ी होती हैं।
➤ उष्णकटिबंधीय अर्ध पतझड़ वन :- 150 सेंटीमीटर से कम वर्षा प्राप्त करने वाला । साल , सागवान एवं बास आदि इसी वन में पाए जाते हैं।
➤ विषुवत रेखीय वन :- इन वनों में वृक्षों और झाड़ियों का मिश्रण होता है। जैतून ,कार्क तथा ओक यहां के मुख्य वृक्ष है।
➤ टैगा वन :- यह सदाबहार वन है। इस वन के वृक्ष की पत्तियां नुकीली होती है।
➤ टुंड्रा वन :- यह बर्फ से ढका रहता है। गर्मी में यहां मास तथा लाइकेन उगते है।
➤ पर्वतीय वन :- यहां चौड़ी पत्ती वाले शंकुधारी वृक्ष पाए जाते हैं।
➤ घास के मैदान :- घास भूमियों को दो वर्गों में विभाजित किया गया है।
➲ उष्णकटिबंधीय घास-भूमियां :- इसे अलग अलग देशों में अलग अलग नाम से जाना जाता है । जैसे - सवाना (अफ्रीका), कंपोज (ब्राजील), लानोस (वेनेजुएला व कोलंबिया)।
➲ शीतोष्ण कटिबंधीय घास-भूमिया :- इस निम्न नाम से जाना जाता है- प्रेयरी (संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा), पंपास (अर्जेंटीना), वेल्ड (दक्षिणी अफ्रीका), डाउंस (ऑस्ट्रेलिया), स्टेपी (एशिया, यूक्रेन, रूस, चीन के मंचूरिया प्रदेश)।